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How to Win an Election in India: A Step-by-Step Strategy Guide

constituency, or a local body election, the  fundamentals  of effective campaigning stay  quite   constant .   You  can also  enlist   political  consultancy  or Political Campaining agency to get the best  result . Here  is a  thorough , step-by-step strategy for  increasing  your chances of winning an election in  India : 1.   Know  the Electoral  Field It   is   rather   important   to   grasp   the   field   before   plunging   in . Type   of Election:   Figure   out   if you are contesting a local body (municipality or   panchayat ), Vidhan Sabha (state), or Lok Sabha   (national). Constituency   Research : Development,  job , law and order, inflation,and  corruption  are  among   major  local  problems . Historical  electoral patterns:  Analyze   pa...
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Best MLM Software Development Company In Lucknow

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किसान कृषि बिल 2020 pdf | Agriculture Farm Bill 2020 pdf

  नया किसान बिल का क्यों हो रहा है विरोध ? किसान संगठनों का आरोप है कि नए कानून के कर कृषि क्षेत्र पूंजीपतियों के हाथों में चला जाएगा जिसका नुकसान किसानों को होगा। क्योंकि सरकार अकाल, युद्ध, प्राकृतिक आपदा जैसी अन्य समय पर ही न्यूनतम मूल्य निर्धारित करेगी जैसे – कोरोना काल में सैनिटाइजर – मास्क पर लगाया था। कृषि उत्पाद की जमाखोरी के कारण वस्तुओं की कीमत बढ़ जाएगी। मंडी में किसानों के लिए न्यूनतम मूल्य निर्धारित होता है। जबकि नये कानून में यह स्पष्ट नहीं है। किसान को फसल का न्यूनतम मूल्य मिलेगा या नहीं। क्यों उत्पादन अधिक होने से कीमत घट सकती है। APMC में किसानों को फसल के मूल्य में किसी प्रकार का धोखा धड़ी होने का डर नहीं रहता है। जबकि नए बिल अनुसार पैन कार्ड वाला कोई भी व्यापारी फसल खरीद सकता है। कृषि से जुड़े तीन बिल, जो अब बन गए हैं कानून 3 कृषि कानून 2020 जिनका विरोध किया जा रहा है। जिसकी जानकारी निम्न प्रकार है – First sale केंद्र सरकार ने किसानों को देश में कहीं भी फसल बेचने को आजाद किया है। ताकि राज्यों के बीच कारोबार बढ़ेगा। जिससे मार्केटिंग और ट्रांस्पोर्टिशन पर भी खर्च कम हो...

योगी सरकार का बड़ा फैसला, विधायक निधि से खरीद सकेंगे COVID-19 से लड़ने के लिए जरूरी सामान

योगी सरकार का बड़ा फैसला, विधायक निधि से खरीद सकेंगे COVID-19 से लड़ने के लिए जरूरी सामान महामारी कोरोना वायरस (Pandemic Coronavirus) के संक्रमण से लड़ने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) ने एक बड़ा फैसला करते हुए विधायक निधि (Legislative fund) से स्वास्थ्य उपकरण (Health Equipment) इत्यादि खरीदने से संबंधित शासनादेश जारी किया. दरअसल प्रदेश के तमाम विधायकों ने अपनी विधायक निधि से स्वास्थ्य विभाग (Health Department) को पैसा देने का ऐलान किया. इस बाबत उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी और जिला अधिकारी को पत्र भी लिख दिया लेकिन विधायक निधि को खर्च करने के नियमों में इस बीमारी से लड़ने के लिए जरूरी साजो-सामान खरीदने की कोई व्यवस्था पहले से मौजूद नहीं थी. यही वजह रही कि विधायकों द्वारा पत्र लिखने के बावजूद किसी भी जिले में सीएमओ के खाते में विधायक निधि का पैसा अभी तक ट्रांसफर नहीं हो पाया था. लेकिन अब ऐसा करना संभव होगा. योगी सरकार ने बड़ा निर्णय लेते हुए विधायक निधि को दिए जाने वाले नियमों में संशोधन कर दिया है. बता दें कि इस संशोधन के सन्दर्भ में ग्राम्य विकास वि...

लोअर सर्किट के बाद शेयर बाजार ने देखी रिकॉर्ड रिकवरी, सेंसेक्‍स 1500 अंक मजबूत

लोअर सर्किट के बाद शेयर बाजार ने देखी रिकॉर्ड रिकवरी, सेंसेक्‍स 1500 अंक मजबूत दुनियाभर में कोरोना वायरस खतरनाक रूप ले चुका है. इस वजह से ग्‍लोबली शेयर बाजारों में भी गिरावट का दौर जारी है.सप्‍ताह के आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्‍स और निफ्टी 10 फीसदी से अधिक लुढ़क गया और इस वजह से 45 मिनट के लिए ट्रेडिंग रोकनी पड़ी. मतलब ये क‍ि इस दौरान शेयर बाजार में कारोबार नहीं हुआ. - हालांकि, रोक की अवधि खत्‍म होने के बाद सुबह 10.20 बजे एक बार फिर शेयर बाजार में ट्र‍ेडिंग शुरू हुई. इसके बाद से सेंसेक्‍स और निफ्टी में जबरदस्‍त उतार-चढ़ाव दिखा.दोपहर 1 बजे के बाद सेंसेक्‍स 1500 अंक तक मजबूत हो गया तो वहीं निफ्टी में भी करीब 400 अंकों की तेजी रही.दोपहर के सत्र में सेंसेक्स दिन के निचले स्तर से 4,700 अंक से अधिक ऊपर आ चुका है. यह सेंसेक्‍स के इतिहास की सबसे बड़ी रिकवरी है. - दोपहर 12.40 बजे के बाद सेंसेक्‍स 1000 अंक मजबूत हो गया तो वहीं निफ्टी ने 200 अंक से अधिक की बढ़त देखी. इस दौरान सेंसेक्‍स 33 हजार 400 अंक के पार कर गया. अगर निफ्टी की बात करें तो ये 9 हजार 800 अंक के स्‍तर पर पहुंच गया. ...

SBI ने खत्‍म किया मिनिमम बैलेंस का झंझट, 44 करोड़ ग्राहकों को बड़ा फायदा

SBI ने खत्‍म किया मिनिमम बैलेंस का झंझट, 44 करोड़ ग्राहकों को बड़ा फायदा स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों को राहत देते हुए मिनि‍मम बैलेंस चार्ज का झंझट खत्‍म कर दिया है. इसका मतलब ये हुआ कि अब स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया के सेविंग अकाउंट होल्‍डर्स को मिनिमम बैलेंस चार्ज नहीं देना पड़ेगा. अब बैंक के ग्राहक अकाउंट में अपने हिसाब से बैलेंस रख सकेंगे. बैंक की ओर से इस पर किसी भी तरह का चार्ज नहीं लिया जाएगा. इसके अलावा बैंक ने एसएमएस चार्ज को भी माफ कर दिया है. बता दें कि लंबे समय से स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया की मिनिमम बैलेंज चार्ज वसूली को लेकर आलोचना हो रही थी. बहरहाल, बैंक के इस फैसले से करीब 44 करोड़ से अधिक खाताधारकों को फायदा मिलने की उम्‍मीद है. अभी क्‍या है चार्ज? वर्तमान में एसबीआई के अलग- अलग कैटेगरी के सेविंग अकाउंट होल्‍डर्स को मिनिमम बैलेंस के तौर पर 1000 रुपये से 3000 रुपये तक मेंटेंन करना होता है. मेट्रो सिटी में रहने वाले एसबीआई के सेविंग अकाउंट होल्‍डर्स को मिनिमम बैलेंस के तौर पर 3000 रुपये, सेमी-अर्बन सेविंग अकाउंट होल्‍डर्स को 2000 रुपये और रुरल यानी ग्रामीण इलाक...

Yes Bank Crisis: 5 Key Reasons to Know

Yes Bank Crisis: 5 Key Reasons to Know The Yes bank; another debt-ridden Private Sector Bank of India is under the crisis. Currently, the Indian banking system is passing through a very tough time. As on September 30, 2019; the Non-Performing Assets (NPAs) of Public Sector Banks (PSBs) stood at ₹7.27 lakh crore. The private sector banks also have huge NPA. The Yes Bank has more corporate customers than retail in its list of customers. Most of the companies Yes Bank has given loans are in loss. These companies are on the verge of bankruptcy, that is the reason that the bad loan of the yes bank has increased. Now read this article to know the full detail of the yes bank crisis. Facts About the Yes Bank Establishment:  2004; 16 years ago Founder:  Rana Kapoor, Ashok Kapur Chairman:  Brahm Dutt MD & CEO:  Ravneet Gill The number of Branches and ATMs:  1,122 branches and 1,220 ATMs (June 2019) Type:  Private Bank Revenue: ...